एडटेक स्टार्टअप Leap ने जुटाए 585 करोड़ रुपये, ज्यादा छात्रों को मिलेगा विदेश में पढ़ाई का मौका
इस राउंड में मौजूदा निवेशकों — Jungle Ventures और Sequoia Capital India के साथ नए निवेशकों Steadview Capital और Paramark Ventures की भागीदारी देखी गई. स्टार्टअप ने 2019 में अपनी स्थापना के बाद से अब तक, इक्विटी में 150 मिलियन डॉलर से अधिक जुटाए हैं.
साउथ एशिया की सबसे बड़ी ओवरसीज एजुकेशन कंपनी
ने हाल ही में ताजा फंडिंग जुटाई है. कंपनी ने Owl Ventures के नेतृत्व में सीरीज डी फंडिंग राउंड में 75 मिलियन डॉलर (585 करोड़ रुपये) जुटाए हैं.इस राउंड में मौजूदा निवेशकों — Jungle Ventures और Sequoia Capital India के साथ नए निवेशकों Steadview Capital और Paramark Ventures की भागीदारी देखी गई. स्टार्टअप ने 2019 में अपनी स्थापना के बाद से अब तक, इक्विटी में 150 मिलियन डॉलर से अधिक जुटाए हैं.
LeapScholar, LeapFinance, और Yocket चलाने वाला Leap एक फुल-स्टैक इंटरनेशनल स्टूडेंट मोबिलिटी प्लेटफॉर्म है. कंपनी दो मिलियन से अधिक छात्रों के साथ विदेश में अध्ययन करने के लिए दुनिया की सबसे बड़ी ऑनलाइन कम्यूनिटी में से एक चलाती है. Leap एक इंटरनेशनल स्टूडेंट के लाइफसाइकिल को कवर करने के लिए कई तरह के प्रोडक्ट प्रोवाइड करता है. इनमें IELTS, TOEFL, SAT आदि जैसे इंटरनेशनल टेस्ट की तैयारी करना, एडमिशन और वीजा कंसल्टिंग के साथ-साथ इंटरनेशनल स्टूडेंट लोन, इंटरनेशनल बैंक अकाउंट, क्रेडिट कार्ड और मनी रेमीटेंस जैसी फाइनेंशियल सर्विसेज शामिल हैं.
इंटरनेशनल स्टूडेंट की हर समस्या को हल करने के लिए एंड-टू-एंड अप्रोच ने Leap को पिछले 12 महीनों में विदेश यात्रा में 175, 000 से अधिक छात्रों की मदद करने में सक्षम बनाया है.
लीप के को-फाउंडर वैभव सिंह ने बताया, "स्टूडेंट्स को उनकी इंटरनेशनल एजुकेशन की जरूरतों को पूरा करने के लिए हमारी यूनिक वन-स्टॉप अप्रोच से प्यार है. कोविड के बाद इंटरनेशनल स्टडीज के लिए अप्लाई करने वाले स्टूडेंट्स की संख्या में हमने ग़ज़ब की वृद्धि देखी है. अगले कुछ वर्षों में, 50 लाख से अधिक स्टूडेंट्स के अपने वैश्विक सपनों को पूरा करने के लिए इंटरनेशनल बोर्डर क्रॉस करने की उम्मीद है. वैश्विक निवेशकों के समर्थन के साथ, हम ग्लोबल क्वालिटी एजुकेशन तक एक्सेस को मॉनेटाइज करने और इन सपनों को साकार करने के अपने मिशन पर आगे बढ़ रहे हैं."
Owl Ventures के मैनेजिंग डायरेक्टर अमित पटेल ने कहा, "Owl एक ट्रांसफॉर्मेटिव कंपनी बनाने के लिए Leap के साथ काम करने को लेकर रोमांचित है. Leap दुनिया भर के छात्रों को हाई क्वालिटी वाली इंटरनेशनल एजुकेशन हासिल करने में मददगार है.”
हाल के महीनों में, लीप ने कई नई विकास पहलें शुरू की हैं. अप्रैल में, कंपनी ने अमेरिका की Colorado State University के साथ एक साझेदारी की घोषणा की. यह यूनिवर्सिटी के प्रतिष्ठित MCIS प्रोग्राम को भारतीय छात्रों के लिए एक अद्वितीय मल्टी-जियोग्राफिक हाइब्रिड फॉर्मेट में, बहुत कम कीमत पर ला रही है. Leap के 750+ ग्लोबल यूनिवर्सिटी पार्टनर्स में इस तरह के और अधिक इनोवेटिव ऑफर पाइपलाइन में हैं. इस साल की शुरुआत में, कंपनी ने मीडिल ईस्ट में अपनी उपस्थिति का विस्तार किया, ताकि इस क्षेत्र के छात्रों को विदेश में अध्ययन करने में मदद मिल सके.
कंपनी की योजनाओं के बारे में बात करते हुए Leap के को-फाउंडर अर्णव कुमार ने बताया, “ग्लोबल स्टूडेंट मोबिलिटी के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर खड़ा करने के बाद, हम अब कई आयामों में तेजी से विस्तार करने में सक्षम हैं. छात्रों की यात्रा को सहज बनाने के लिए हमने कई इंडस्ट्री-फर्स्ट प्रोडक्ट लॉन्च किए हैं. छात्रों की सफलता सुनिश्चित करना हमारा मिशन रहा है. हम आने वाले महीनों में और नए प्रोडक्ट लॉन्च करेंगे.”
Steadview Capital के फाउंडर और सीआईओ रवि मेहता ने कहा, “Steadview Capital सबसे बड़े फुल-स्टैक प्लेटफॉर्म के निर्माण की अपनी यात्रा में Leap के साथ साझेदारी करने के लिए उत्साहित है. हमारा मानना है कि Leap इस प्लेटफॉर्म को विश्व स्तर पर ले जाने और दुनिया भर के छात्रों को उनके सपनों को पूरा करने में मदद करता है.”
Jungle Ventures के मैनेजिंग पार्टनर यश सांकृत्यायन ने कहा, “Jungle Ventures को अपनी सीरीज बी की अगुवाई करने के बाद से दो साल में हमारे तीसरे निवेश के साथ Leap के तिगुना होने पर गर्व है. क्योंकि Leap तेजी से आगे बढ़ा है. एशियाई छात्र विदेशों में अध्ययन करना चाहते हैं. हमारा मानना है कि इंटरनेशनल एजुकेशन बड़ा ग्लोबल मार्केट और लोन्गटर्म ट्रेंड है. हम Leap के फाउंडर्स और टीम को विदेश में सबसे बड़ा ग्लोबल एजुकेशन प्लेटफॉर्म बनने के लिए समर्थन देने के लिए प्रतिबद्ध हैं.