फिनटेक की अभूतपूर्व यात्रा: भारत के प्रमुख शहरों में ई-गवर्नेंस का विस्तार
यह उभरता हुआ फिनटेक उद्योग केवल वित्तीय सेवाओं के बारे में नहीं है, बल्कि अपने नागरिकों विशेषकर टियर-2 और टियर-3 शहरों में रहने वाले लोगों के साथ सरकार के जुड़ाव के तरीकों में बदलाव है, जो भारत की आत्मा है.
दुनिया के तीसरे सबसे बड़े फिनटेक इकोसिस्टम के रूप में अपनी मौजूदगी रखने वाले भारत की उपलब्धि असाधारण रही है, जहां 23 यूनिकॉर्न और 660 से अधिक स्टार्ट-अप ने 2014 के बाद से सामूहिक रूप से 26 बिलियन डॉलर की भारी-भरकम फंडिंग जुटाई है. फिनटेक को अपनाए जाने की रफ्तार भारत को अन्य देशों के मुकाबले विशिष्ट बनाती है, जो लगभग 87% के साथ विकसित अर्थव्यवस्थाओं से कहीं आगे है. इस जबरदस्त फिनटेक क्रांति के भीतर, विशेष रूप से ई-गवर्नेंस के क्षेत्र में व्यापक बदलाव की क्षमता मौजूद है.
विकास यात्रा: फिनटेक की अहम भूमिका
नैस्कॉम की तरफ से हाल ही में किया गया अध्ययन भारत के फिनटेक क्षेत्र के लिए एक आशावादी तस्वीर को सामने रखता है. इसमें फिनटेक सॉफ्टवेयर बाजार के दोगुना होने का अनुमान लगाता है, जो मौजूदा 1.2 ट्रिलियन डॉलर से बढ़कर 2.4 ट्रिलियन डॉलर हो जाएगा. यह फिनटेक कंपनियों के लिए बैंकिंग सुविधाओं से वंचित और अपेक्षाकृत कम पहुंच वाले लोगों को लागत प्रभावी सेवाएं मुहैया कराने का एक अभूतपूर्व अवसर देते हुए पारंपरिक वित्तीय सेवा मॉडल के अलग जाने में मदद करेगा.
यह उभरता हुआ फिनटेक उद्योग केवल वित्तीय सेवाओं के बारे में नहीं है, बल्कि अपने नागरिकों विशेषकर टियर-2 और टियर-3 शहरों में रहने वाले लोगों के साथ सरकार के जुड़ाव के तरीकों में बदलाव है, जो भारत की आत्मा है.
टियर-2 और टियर-3 शहरों में फिनटेक अग्रणी
भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था में शुमार है, जहां फिनटेक को विकास के लिए, विशेष रूप से ऋण के क्षेत्र में, सावधानीपूर्वक एक मजबूत ढांचा तैयार किया जा रहा है. तकनीकी उपलब्धता ने कर्जदाताओं और कर्जदारों के बीच के अंतर को कम करने का काम किया है और नए व सुविधाजनक तरीकों से लोन की पेशकश की है, चाहे वह व्यक्तिगत लोन हो, आवासीय लोन, वाहन लोन हो या फिर उपभोक्ता उत्पादों को खरीदने के लिए मुहैया कराया जाने वाला लोन. फिनटेक किफायती ब्याज दरों, तेज प्रोसेसिंग और नए लेनदेन तरीकों के साथ देश भर में कर्जदारों को सशक्तिकरण कर रहा है.
अधिकांश फिनटेक कंपनियां सोचे-समझे जोखिम लेने के इच्छुक अभिनव दिमाग की उपज हैं. वे मूल्यवर्धित प्रयोगों को विकसित करने के लिए एप्लिकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस (एपीआई) का उपयोग करते हैं, जबकि स्वचालन, डेटा विज्ञान और कृत्रिम बुद्धिमत्ता देश की वित्तीय वृद्धि को आगे बढ़ाने वाले इंजन हैं. ये तकनीकी प्रगति उस विशाल अल्प बैंकिंग सुविधा वाली आबादी को संबोधित करने में महत्वपूर्ण है जिसे पारंपरिक बैंकिंग प्रणालियों ने लंबे समय से उपेक्षित किया था.
टियर-2 और टियर-3 शहरों का उभार
निकट भविष्य में, टियर-2 और टियर-3 शहर अच्छी तरह से स्थापित पारंपरिक बैंकिंग बुनियादी ढांचे के साथ फिनटेक क्रांति का नेतृत्व करने के लिए तैयार हैं. पारंपरिक वित्तीय संस्थान और गैर-पारंपरिक फिनटेक खिलाड़ी दोनों रणनीतिक साझेदारी का निर्माण कर रहे हैं. फिनटेक स्टार्टअप के फायदों को अपनाने वाले बैंक अनुकूलित डिजिटल पेशकशों को नए अंदाज में पेश करते हुए, उपभोक्ता लाभों को अधिकतम करने और इन क्षेत्रों में विशाल छिपी हुई संभावनाओं का दोहन करेन के लिए आपसी साझेदारी कर रहे हैं.
कुशल ई-गवर्नेंस सेवाओं को सुलभ बनाना
फिनटेक वित्तीय प्रक्रियाओं का डिजिटलीकरण और उसे ऑटोमेटिक करते हुए लागत में कमी लाता है और संसाधनों के आवंटन में सुधार करता है. इसके अतिरिक्त, यह सुव्यवस्थित डिजिटल भुगतान प्लेटफार्मों के माध्यम से राजस्व संग्रह को मजबूत करते हुए सरकारी लेनदेन में पारदर्शिता और जवाबदेही में बढ़ोतरी करता है.
फिनटेक-सरकारी सहयोग वंचित क्षेत्रों में डिजिटल बैंकिंग सेवाओं का विस्तार करके वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देता है. मजबूत डेटा सुरक्षा उपाय संवेदनशील वित्तीय डेटा की सुरक्षा करते हैं, जबकि सार्वजनिक-निजी भागीदारी बेहतर सेवा वितरण के लिए संसाधनों को एकजुट करता है. यूजर अनुकूल इंटरफेस नागरिक जुड़ाव में वृद्धि करता है और फिनटेक विकसित नियमों को सहजता से अपनाते हुए,नियमों के अनुपालन को सुनिश्चित करता है. साथ ही यह डेटा-आधारित गवर्नेंस की भी सुविधा प्रदान करता है. निवेश पर रिटर्न (ROI) का मूल्यांकन निरंतर समर्थन और ई-गवर्नेंस में फिनटेक के ठोस वित्तीय फायदों के प्रदर्शन को दर्शाने में अहम है.
निष्कर्ष
भारत के टियर-2 और टियर-3 शहरों में बढ़ रही फिनटेक लहर ई-गवर्नेंस को नया आकार दे रही है, जो दक्षता, पारदर्शिता और वित्तीय समावेशन के नए युग की शुरुआत कर रही है. फिनटेक सॉफ्टवेयर बाजारों के फलने-फूलने के साथ ही सरकारी एजेंसियों और फिनटेक इनोवेटर्स के बीच तालमेल व्यापक परिवर्तन लाने वाले बदलाव के लिए तैयार है जो नागरिकों को सशक्त बनाते हुए आर्थिक विकास को बढ़ावा देता है.
इस सहयोग की सफलता केवल आर्थिक विकास और दक्षता तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका आकलन लाखों नागरिकों के जीवन की बेहतर गुणवत्ता और अधिक समावेशी और न्यायसंगत भविष्य को हासिल करने से तय होता है. यह व्यापक भलाई के लिए तकनीकी का उपयोग करने की भारत की प्रतिबद्धता का उदाहरण है, जो दुनिया भर के देशों के लिए एक प्रेरणादायक मॉडल के रूप में काम कर रहा है. संक्षेप में, भारत की फिनटेक यात्रा मजह आंकड़ों से कहीं ज्यादा है और यह एक उज्जवल, अधिक समावेशी भविष्य के लिए गवर्नेंस की पुनर्कल्पना है.
(लेखक BLS E-Services के चेयरमैन हैं. आलेख में व्यक्त विचार लेखक के हैं. YourStory का उनसे सहमत होना अनिवार्य नहीं है.)
Edited by रविकांत पारीक