Housing.com ने लॉन्च की पहली 'भारत इन इंडिया' रिपोर्ट; टियर-2 शहरों में संपत्ति की कीमतों में 10-15% तक की वृद्धि
बढ़ती आर्थिक गतिविधि, इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास और रिवर्स माइग्रेशन के कारण शहरों के उभरते केंद्रों में संपत्ति की कीमतों में दोहरे अंकों की वृद्धि देखने को मिल रही है.
हाइलाइट्स
- टियर-2 शहरों के प्रमुख माइक्रो-मार्केट्स की कैपिटल वैल्यू में साल-दर-साल 10-15% की महत्वपूर्ण दोहरे अंकों की वृद्धि देखने को मिली है, जिससे प्रमुख महानगरों के बीच का प्राइस गैप कम हो गया है.
- गोवा, चंडीगढ़ ट्राइसिटी और कोच्चि के प्रीमियम इलाकों में कैपिटल वैल्यू अब दिल्ली-एनसीआर और मुंबई महानगरीय क्षेत्र के प्रमुख मार्केट के बराबर हैं.
- गोवा जैसे टियर-2 शहरों में रेंटल मार्केट मजबूत है, जहां प्रमुख महानगरों में मिलने वाली 2-3% वृद्धि की तुलना में 8% तक की वृद्धि होती है.
- घर खरीदने वालें अब ऊंची इमारतों वाले अपार्टमेंट और क्लबहाउस, खुली जगह, और स्पोर्ट्स सुविधाओं जैसी जीवनशैली संबंधी सुविधाओं को ज्यादा प्राथमिकता देने लगे हैं.
भारत की अग्रणी फुल-स्टैक प्रॉपटेक कंपनी, Housing.com ने आज अपनी पहली “द भारत इन इंडिया” रिपोर्ट जारी की है. इस रिपोर्ट में देश भर के टियर-2 शहर के रियल एस्टेट मार्केट में उल्लेखनीय वृद्धि के ट्रेंड्स का खुलासा किया गया है. यह रिपोर्ट इस बात पर प्रकाश डालती है, कि कैसे ये कभी उपेक्षित रहने वाले शहरी केंद्र अपने टियर-1 समकक्षों के अंतर को तेज़ी से दूर कर रहे हैं. इस वृद्धि को आर्थिक विविधीकरण, उपभोक्ताओं की बढ़ती मांग, और महामारी के कारण आए रिवर्स माइग्रेशन पैटर्न से प्रोत्साहन मिला है.
के ग्रुप सीईओ ध्रुव अग्रवाल ने कहा, “भारत में रियल एस्टेट का नैरेटिव तेज़ी से आगे बढ़ रहा है, जिसमें कोच्चि, जयपुर, गोवा और चंडीगढ़ ट्राइसिटी जैसे टियर-2 के शहर प्रगति के नए पावरहाउस के रूप में उभर रहे हैं. हमारे प्रॉप्रिएटरी प्रॉपर्टी बाय इंडेक्स से पता चलता है कि टियर-2 शहर टॉप आठ महानगरों से 88 अंकों से आगे निकल गए हैं, जो उनकी बढ़ती प्रबलता और सेवा सेक्टर की क्षमता को दर्शाता है.”
अग्रवाल ने कहा, “आर्थिक परिदृश्य बदल रहा है, और टियर-2 का नगरीय क्लस्टर कुशल कार्यबल और स्टार्ट-अप इकोसिस्टम के लिए नए आकर्षण के रूप में उभर रहा है. यह रिपोर्ट भारत के उभरते रियल एस्टेट लैंडस्केप की आकर्षक तस्वीर पेश करती है, और पारंपरिक रियल एस्टेट हॉटस्पॉट से आगे बढ़ते हुए निवेशकों, डेवलपर्स और घर खरीदने वालों के लिए अपार अवसरों के दरवाज़े खोलती है. टियर-2 शहर अब साइडलाइन पर नहीं रह गए हैं; वे प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं, निवेशकों को आकर्षित कर रहे हैं और आकर्षक अवसर प्रदान कर रहे हैं.”