Brands
Discover
Events
Newsletter
More

Follow Us

twitterfacebookinstagramyoutube
Youtstory

Brands

Resources

Stories

General

In-Depth

Announcement

Reports

News

Funding

Startup Sectors

Women in tech

Sportstech

Agritech

E-Commerce

Education

Lifestyle

Entertainment

Art & Culture

Travel & Leisure

Curtain Raiser

Wine and Food

YSTV

ADVERTISEMENT
Advertise with us

आने वाले वर्षों में भारत में 10,000 यूनिकॉर्न होंगे: राज्य मंत्री राजीव चन्द्रशेखर

राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर गांधीनगर में प्री-वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन कार्यक्रम- "स्टार्टअप कॉन्क्लेव 2023" में शामिल हुए और उसे संबोधित किया.

आने वाले वर्षों में भारत में 10,000 यूनिकॉर्न होंगे: राज्य मंत्री राजीव चन्द्रशेखर

Friday December 08, 2023 , 4 min Read

केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने गांधीनगर के हेलीपैड प्रदर्शनी केंद्र में आयोजित प्री-वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन कार्यक्रम, "स्टार्टअप कॉन्क्लेव 2023" को संबोधित किया. स्टार्टअप्स, निवेशकों, उद्योग जगत की हस्तियों और प्रमुख सरकारी अधिकारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि स्टार्टअप भारत के विकास को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. उन्होंने इस बात पर भी बल दिया कि वर्ष 2014 से नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार द्वारा लागू की गई परिवर्तनकारी पहलों के कारण वर्तमान समय में स्टार्टअप्स के विकसित होने के व्यापक अवसर मौजूद हैं.

राजीव चन्द्रशेखर ने कहा, “यह निश्चित रूप से स्वतंत्र भारत के इतिहास में एक सबसे रोमांचक समय है. मैं इसका रोमांचक समय के रूप में इसलिए संदर्भ दे रहा हूं क्योंकि 2014 के बाद से नवाचारी इको-सिस्टम ने उल्लेखनीय प्रगति की है. हम दशकों से टेक्नोलॉजी के उपभोक्ता होने से लेकर उपकरणों, उत्पादों, प्लेटफार्मों और समाधानों के निर्माता बनने में न केवल भारत के लिए बल्कि अन्य देशों के लिए भी सफल हो गए हैं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पिछले नौ वर्षों में हमारी अर्थव्यवस्था, जिस पर कभी कुछ समूहों और खंडों का ही प्रभुत्व था, आज एक अत्यधिक विविधतापूर्ण अर्थव्यवस्था के रूप में विकसित हो गई है. हमारा सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) अब दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ रहा है, जो एक बढ़ती हुई डिजिटल अर्थव्यवस्था को दर्शाता है, जो जीडीपी से ढाई गुना बढ़ रही है, जिससे हम विश्व स्तर पर सबसे तेजी से बढ़ती डिजिटल अर्थव्यवस्था बन गए हैं. हालांकि, इस परिवर्तन का सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह तथ्य है कि आज भारतीय अर्थव्यवस्था और इसके भविष्य के विकास को युवा भारतीयों द्वारा महत्वपूर्ण रूप से तैयार किया जा रहा है."

उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत के परिवर्तन का मुख्य कारण डिजिटलीकरण है, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि टेक्नोलॉजी देश के समग्र विकास के लिए उत्प्रेरक रही है.

उन्होंने कहा, "भारतीय अर्थव्यवस्था पर कुछ समूहों का प्रभुत्व था और उनके नियमों का पालन करने से अर्थव्यवस्था में गिरावट आई. हालांकि, आज हमारी अर्थव्यवस्था, जैसा कि माननीय प्रधानमंत्री ने जोर दिया, अगले दशक में भारत तकनीकी अवसरों का लाभ लेते हुए प्रगति करने के लिए तैयार है. महत्वपूर्ण बात यह है कि उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस नए भारत में गुजरात सहित देश भर के युवाओं के योगदान का महत्वपूर्ण स्थान है. यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि 2026 तक, डिजिटल अर्थव्यवस्था सकल घरेलू उत्पाद का पांचवां हिस्सा या 20 प्रतिशत होने का अनुमान है, जो 2014 के आंकड़ों में महत्वपूर्ण वृद्धि को दर्शाती है."

राजीव चन्द्रशेखर ने "उभरते सितारे- भारत का यूनिकॉर्न क्लब और उनका प्रभाव" विषय पर स्टार्टअप संस्थापकों के साथ आयोजित एक पैनल चर्चा में भी भाग लिया. इस चर्चा के दौरान, उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत आज सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण के क्षेत्र में उपलब्ध व्यापक अवसरों का प्रतिनिधित्व करता है."

उन्होंने कहा, “टेक इको-सिस्टम और व्यापक नवाचारी अर्थव्यवस्था के हर खंड में भारत का परचम लहरा रहा है, जो गुजरात सहित पूरे देश के स्टार्टअप के योगदान के प्रतीक हैं. स्टार्टअप्स के लिए नवाचार का सबसे अच्छा समय अभी आना बाकी है. हमारे माननीय प्रधानमंत्री ने कहा है कि यह भारतीय स्टार्टअप और प्रत्येक युवा भारतीय के लिए अवसर वाला दशक होगा. आज हम जहां हैं वह निश्चित रूप से आइसबर्ग का एक सिरा ही है; हम अपनी अर्थव्यवस्था में विशेष रूप से भारत में मांग और खपत के मामले में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन बिंदु पर स्थित हैं. मेरा आज पूर्वानुमान है कि अगले कुछ वर्षों में, हम सेमीकंडक्टर डिजाइन और नवाचार में स्टार्टअप, एआई में यूनिकॉर्न, व्यापक वेब3 में यूनिकॉर्न और इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण में यूनिकॉर्न देखेंगे. यह एक ऐसा क्षेत्र है जहां एक विशिष्ट कार्रवाई दिखाई देती है, लेकिन हमारा उद्देश्य 10,000 यूनिकॉर्न हासिल करना है, यही वह अवसर है जिसका आज भारत प्रतिनिधित्व करता है."

उन्होंने स्टार्टअप कॉन्क्लेव 2023 में एक्सपो में भाग लेने वाले स्टार्टअप्स के साथ भी बातचीत की और विशेष रूप से उनके उत्पादों, सेवाओं पर चर्चा के साथ-साथ अपना अभिज्ञान भी साझा किया.