भारत के टॉप 8 हाउसिंग बाज़ारों में मजबूत वृद्धि जारी; जुलाई-सितम्बर 2023 में बिक्री 22% और नई आपूर्ति 17% बढ़ी: रिपोर्ट
PropTiger.com की यह तिमाही रिपोर्ट आठ बड़े हाउसिंग बाज़ारों पर आधारित है, जिनमें दिल्ली-एनसीआर, मुम्बई महानगर क्षेत्र, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु, हैदराबाद, पुणे और अहमदाबाद शामिल हैं.
भारत के प्रमुख आठ आवासीय बाज़ारों में मजबूत वृद्धि का रुख जारी है. Prop Tiger.com द्वारा जारी ताजा आँकड़ों के अनुसार इन शहरों में साल की तीसरी तिमाही (जुलाई-सितम्बर 2023 के दौरान बिक्री में 22% और नई आपूर्ति में 17% वृद्धि हुई.
एक प्रमुख डिजिटल रियल एस्टेट ब्रोकरेज कंपनी है, जिसका स्वामित्व आरईए इंडिया के अधीन है. यह और की पैरेंट कंपनी भी है. इसने अपना ‘रियल इनसाइट रेजिडेंशियल: जुलाई-सितम्बर 2023’ रिपोर्ट जारी की है. रिपोर्ट में दर्शाया गया है कि आवासीय इकाइयों की बिक्री पिछले साल की तीसरी तिमाही के 83,220 यूनिट्स से बढ़कर इस साल की तीसरी तिमाही में 1,01,220 यूनिट्स पर पहुँच गई है.
चेन्नई को छोड़कर सभी शहरों में बिक्री में बढ़ोतरी दर्ज हुई और कुल बिक्री में मुम्बई महानगर क्षेत्र तथा पुणे की हिस्सेदारी आधे के करीब है.
PropTiger.com की यह तिमाही रिपोर्ट आठ बड़े हाउसिंग बाज़ारों पर आधारित है, जिनमें दिल्ली-एनसीआर, मुम्बई महानगर क्षेत्र, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु, हैदराबाद, पुणे और अहमदाबाद शामिल हैं.
आरईए इंडिया के सीएफओ और PropTiger.com के बिजनेस हेड विकास वधावन ने कहा, “शीर्ष आठ शहरों में हाउसिंग मार्केट्स में लगातार तेजी आ रही है. यह मजबूत माँग उपभोक्ताओं के सकारात्मक रुझान के कारण है.”
वधावन ने बिक्री में वृद्धि के पीछे लोगों के मन में दबी हुई माँग, खर्च योग्य आमदनी में बढ़ोतरी, स्थिर ब्याज दरें और निवेशकों की नई माँगों जैसे घटकों का योगदान है.
PropTiger.com के डेटा से पता चलता है कि अहमदाबाद में घरों की बिक्री की संख्या वार्षिक 31% वृद्धि के साथ 7,880 से बढ़कर 10,300 पर पहुँच गई. बेंगलुरु में बिक्री में 60% की अधिकतम वृद्धि दर्ज हुई जिसके साथ यूनिट्स की संख्या 7,890 से बढ़कर 12,590 हो गई. दिल्ली-एनसीआर में बिक्री की वृद्धि 44% थी और यूनिट्स की संख्या 5,430 से बढ़कर 7,800 पर दर्ज हुई. हैदराबाद ने बिक्री में 34% की वृद्धि दर्ज की जहाँ यूनिट्स की संख्या पिछले 10,570 की तुलना में 14,190 पर पहुँच गई. कोलकाता में बिक्री में 43% वृद्धि के साथ यूनिट्स की संख्या 2,530 से बढ़कर 3,610 पर दर्ज हुई. मुंबई में सामान्य 5% की विक्रय वृद्धि देखी गई और उच्चतर आधार के कारण यूनिट्स की संख्या 28,800 से 30,300 पर पहुँच गई. बिक्री के मोर्चे पर पुणे में यूनिट्स की संख्या पिछले 15,700 पर 18% वृद्धि के साथ 18,560 पर दर्ज हुई. चेन्नई एकमात्र शहर रहा जहाँ बिक्री में 12% की गिरावट देखी गई और इस प्रकार यूनिट्स की संख्या 4,420 की तुलना में 3,870 पर लुढ़क गई.
वधावन ने आगे कहा कि, “प्रतिष्ठित डेवलपर्स से ज्यादा मांग देखने को मिल रही है जिससे बाज़ारों में मजबूती है. इसकी बदौलत घर खरीदारों के मन में विशेषकर निर्माणाधीन परियोजनाओं के लिए नया विश्वास पैदा हो रहा है. कुछ साल पहले तक यह स्थिति नहीं थी.”
तीसरी तिमाही की अवधि में बेची गई यूनिट्स में से 14% गृहप्रवेश के लिए तैयार थे और 31% से अधिक बिक्री 1 करोड़ रुपये से ऊपर के मूल्य वर्ग में हुई.
PropTiger.com, Housing.com, और Makaan.com की रिसर्च हेड अंकिता सूद ने कहा, “विश्वव्यापी चुनौतियों के बावजूद भारत में सभी शहरों में संपत्ति बाज़ार में सुधार हो रहा है. हम आवासीय रियल स्टेट के अपसाइकिल के दौर से गुजर रहे हैं, जैसा कि जुलाई-सितम्बर तिमाही में संपत्ति की बिक्री में 22 प्रतिशक का उछाल देखा गया है. साथ ही, नए लॉन्च में 17 प्रतिशत वार्षिक वृद्धि दर्ज हुई है. हमें उम्मीद है कि त्यौहारों के मौसम में बिक्री में और तेजी आयेगी जिससे वार्षिक आँकड़े नई ऊँचाई पर पहुँच सकते हैं.”
नई आपूर्ति के मामले में अहमदाबाद काफी आगे रहा, जहाँ यूनिट्स की संख्या बढ़कर 16,670 हो गई, जबकि दूसरे शहरों में मिश्रित रुख देखे गए. लेकिन सभी आठ शहरों में लॉन्च में 17% वृद्धि के साथ कुल मिलाकर सकारात्मक रुझान बना रहा और इन यूनिट्स की संख्या 1,23,080 पर दर्ज हुई.
बता दें कि हाउसिंग मार्केट के आँकड़ों में अपार्टमेंट्स और विला की बिक्री शामिल है. दिल्ली-एनसीआर में गुरुग्राम, ग्रेटर नोएडा, नोएडा, फरीदाबाद और गाज़ियाबाद के सूक्ष्म बाज़ार शामिल हैं. एमएमआर में मुंबई, ठाणे और नवी मुंबई शामिल हैं.