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शेयर बाज़ार में पैसे लगाने वालों की मदद करता है स्टार्टअप Equentis

लंदन का बिजनेस छोड़कर, साल 2009 में मनीष गोयल भारत लौटे. वे मुंबई में शेयर बाज़ार के दिग्गजों से मिले और कई अहम बातें सीखी. इसके बाद उन्होंने 2013 में इन्वेस्टमेंट एडवाइजरी कंपनी Equentis Wealth Advisory Services की शुरुआत की. आज Equentis के पास 53,000 से अधिक क्लाइंट हैं.

शेयर बाज़ार में पैसे लगाने वालों की मदद करता है स्टार्टअप Equentis

Wednesday January 29, 2025 , 6 min Read

उत्तर प्रदेश के ग़ाज़ियाबाद में पले-बढ़े मनीष गोयल बचपन से ही गणित विषय में बेहद होशियार थे. संख्याओं और आंकड़ों में उनकी खास रुचि थी. आगे चलकर फायनेंस भी उनका पसंदीदा सब्जेक्ट हुआ करता था. भारत से लॉ (LLB) और कंपनी सेक्रेटरी (CS) की डिग्री हासिल करने के बाद, MBA करने के लिए, मनीष लंदन चले गए. वहां उन्होंने MBA की पढ़ाई पूरी करने के बाद, 2006 में एक दोस्त के साथ मिलकर एक रियल एस्टेट एडवाइजरी फर्म शुरु की. वे इसके फायनेंस डायरेक्टर बने. इसके साथ ही मनीष को भारत के शेयर बाज़ारों में ग़ज़ब की दिलचस्पी थी. वे रोजाना ऑफिस जाने से पहले एक ब्रोकर से भारतीय शेयर बाज़ारों की जानकारी लेते. ये सिलसिला दो साल तक चलता रहा.

लेकिन साल 2008 की मंदी ने उनका पोर्टफोलियो तहस-नहस कर दिया. तब उन्होंने शेयर बाज़ार में पैसे लगाने के बारे में महारत हासिल करने की ठानी.

लंदन का बिजनेस छोड़कर, साल 2009 में मनीष भारत लौटे. वे मुंबई में शेयर बाज़ार के दिग्गजों से मिले और कई अहम बातें सीखी. इसके बाद उन्होंने 2013 में इन्वेस्टमेंट एडवाइजरी कंपनी Equentis Wealth Advisory Services (इसे पहले Research and Ranking के नाम से जाना जाता था) की शुरुआत की और लाइसेंस के लिए आवेदन किया.

मनीष ने ब्रोकिंग के बजाए एडवाइजरी को अपना कोर बिजनेस चुना. लेकिन इस फैसले के लिए उन्हें बहुत आलोचना का सामना करना पड़ा, खास तौर पर दोस्तों, परिवार और शुभचिंतकों से. उन्होंने सुझाव दिया कि एडवाइजरी बिजनेस मॉडल के बारे में पहले कभी नहीं सुना था, क्योंकि निवेशक ब्रोकर और दूसरे लोगों से सलाह लेने के आदी थे और उन्हें इसके खिलाफ़ कई बार चेतावनी दी गई थी.

लेकिन अपने 10 वर्षों के अनुभव (2003-2013) में रिसर्च और सलाह की ज़रूरत को महसूस करते हुए, मनीष ने उनकी बात सुनने से परहेज़ किया. तमाम चुनौतियोंं को पछाड़कर, उन्होंने जनवरी 2016 में, Research and Ranking (अब Equentis) प्लेटफ़ॉर्म लॉन्च किया और 2017 में संचालन शुरु किया. और तब से पिछे मुड़कर नहीं देखा.

आज Equentis के पास 53,000 से अधिक क्लाइंट हैं. कंपनी के पास 500 से अधिक पेशेवरों की एक टीम हैं, और मुंबई, बेंगलुरु और नोएडा में इसके ऑफिस हैं.

हाल ही में YourStory ने Equentis के फाउंडर और डायरेक्टर मनीष गोयल से बात की, जहां उन्होंने इसकी शुरुआत, बिजनेस और रेवेन्यू मॉडल, फंडिंग, चुनौतियों और भविष्य की योजनाओं के बारे में बताया.

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Equentis के बिजनेस मॉडल के बारे में समझाते हुए मनीष बताते हैं, “Equentis केवल शुल्क-आधारित एडवाइजरी मॉडल पर काम करता है. ब्रोकिंग या डिस्ट्रीब्यूशन एक्टिविटी में हमारी हिस्सेदारी नहीं होती है. यह अप्रोच हमारे ग्राहकों के हितों के साथ मेलखाती है. इससे कमीशन-आधारित मॉडल से जुड़े संभावित हितों के टकराव को समाप्त किया जा सकता है.”

गोयल बताते हैं, “भारत में कई सलाहकारों के विपरीत, हम म्यूचुअल फंड या इंश्योरेंस जैसे थर्ड-पार्टी प्रोडक्ट बेचकर रेवेन्यू नहीं कमाते हैं. हम केवल निष्पक्ष, ग्राहक-केंद्रित सलाह देने पर फोकस करते हैं. हमारे ग्राहक वार्षिक सदस्यता शुल्क के माध्यम से हमारी सलाहकार सेवाओं की सदस्यता लेते हैं, जो अर्ध-वार्षिक रूप से देय होता है. सदस्यता शुल्क ग्राहक के पोर्टफोलियो आकार के अनुरूप होता है. इसके अलावा कंपनी एसेट मैनेजमेंट के जरिए भी रेवेन्यू हासिल करती है.”

मनीष बताते हैं, “पिछले 8 वर्षों में हमने इस बिजनेस में 100-120 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है. 65-70% यानी 70-75 करोड़ रुपये प्रमोटरों से आए हैं. इस दौरान हमने अलग-अलग फंडिंग राउंड में एंजल निवेशकों और लीड एंजल (Alternative Investment Fund - AIF) से 40-45 करोड़ रुपये जुटाए हैं.”

Equentis के रेवेन्यू के आंकड़ों का खुलासा करते हुए, फाउंडर और डायरेक्टर मनीष गोयल बताते हैं, “पिछले साल (वित्त वर्ष 24) में हमने 73 करोड़ रुपये का कारोबार किया और इस साल (वित्त वर्ष 25) हम 100 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार करने की उम्मीद कर रहे हैं. हम इस सेक्टर में 100 करोड़ रुपये का कारोबार पार करने वाली पहली और एकमात्र कंपनी होंगे.”

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जब मनीष से पूछा गया कि उन्हें Equentis की शुरुआत करने में किन चुनौतियों का सामना करना पड़ा? इस पर वे कहते हैं, “जब मैंने Equentis को शुरू करने का फैसला किया, तो मुझे एहसास हुआ कि पूरे भारत में ऐसी एडवाइजरी सेवाएं देने वाली कोई निवेश सलाहकार फर्म नहीं थी. बाजार में ज़्यादातर खिलाड़ी या तो ब्रोकर थे या टिप-आधारित सलाहकार, जो रणनीतिक, शोध-समर्थित निवेश मार्गदर्शन के बजाय क्विक ट्रेंड्स पर फोकस करते थे. इस अंतर ने मेरे विश्वास को मजबूत किया कि निवेशकों को वास्तव में स्वतंत्र, और देश भर में सेवाएं देने वाली कंपनी की आवश्यकता है. इसके अलावा, मुंबई में एक नए सिरे से शुरुआत करना भी चुनौतियों से भरपूर था. मुझे सब कुछ शुरू से ही करना था. ऑफिस लेना, सही लोगों को हायर करना और एक अत्यधिक प्रतिस्पर्धी फायनेंशियल हब में विश्वसनीयता पैदा करना. शुरुआती चरण में बहुत दृढ़ता की आवश्यकता थी, क्योंकि हमें खुद को पारंपरिक ब्रोकिंग फर्मों से अलग करना था और इंडस्ट्री में एक नई कैटेगरी बनानी थी. हमने कैटेगरी बनाई और हम इस सेक्टर में अग्रणी रहे. एक और चुनौती थी — लोगों को एडवाइजरी फर्म की जरूरत के बारे में समझाना. लोगों में जागरुक की कमी की वजह से उन्हें समझाना अभी भी एक चुनौती है. हालांकि तमाम बाधाओं के बावजूद हम अपनी जगह बनाने में कामयाब हुए.”

Equentis ने शेयर बाज़ार में पैसे लगाने वाले निवेशकों को जागरुक करने के लिए एक समर्पित प्लेटफ़ॉर्म InvestoRR लॉन्च किया है. कंपनी ने दिसंबर 2024 में, DIY (Do it yourself) समाधान MultiplyRR लॉन्च किया है. यह स्मार्ट और आकर्षक इक्विटी निवेश समाधान शेयर बाजार को नए निवेशकों के लिए अधिक सुलभ बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है. एक ऐसे समय में जब शेयर बाजार को अभी भी अमीरों का क्षेत्र माना जाता है, इस समाधान का मकसद इस मिथक को दूर करना और नए निवेशकों को छोटी रकम से शुरू करने के साथ इक्विटी निवेश का अनुभव करने के लिए प्रोत्साहित करना है.

एडवाइजरी फर्म ने अपना पहला कैटेगरी I ऑल्‍टरनेटिव इन्‍वेस्‍टमेंट फंड (AIF) – Equentis Angel Fund भी लॉन्च किया है. 500 करोड़ (60 मिलियन डॉलर) की लक्षित पूंजी के साथ, Equentis Angel Fund अर्ली-स्टेज (शुरुआती चरण के) अधिक ग्रोथ वाले भारतीय स्टार्टअप को समर्थन देगा.

अंत में Equentis को लेकर अपनी भविष्य की योजनाओं का खुलासा करते हुए, फाउंडर और डायरेक्टर मनीष गोयल बताते हैं, “आने वाले महीनों में हमारा लक्ष्य ₹200 करोड़ का Annual Recurring Revenue (ARR) हासिल करना है. यह वृद्धि कई क्षेत्रों में रणनीतिक पहलों द्वारा संचालित होगी. कंपनी ने हाल ही में Portfolio Management Services (PMS) लॉन्च की है. कंपनी अपने प्रमुख प्लेटफ़ॉर्म्स – InvestoRR और MultiplyRR – को Equeconnect से जोड़ेगी. यह ऑटोमेशन-संचालित प्लेटफ़ॉर्म है जिसे खास तौर पर ग्राहकों से जुड़ने और दक्षता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है. QUESS के साथ पार्टनरशिप में, Equentis का लक्ष्य अधिक से अधिक, तेज और गहरी पहुंच के साथ बाजार में अपनी पैठ बढ़ाना है. Equentis ने पिछले साल EBITDA profitability हासिल कर ली थी और अब अगले 2-3 वर्षों में अपने ग्राहक आधार को 200,000 से अधिक तक बढ़ाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है.”

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