व्यवसायों को डेटा एनालिटिक्स प्रदान कर रहा है बेंगलुरु स्थित यह ड्रोन टेक स्टार्टअप
आंत्रप्रेन्योर मुघिलन थिरु रामासामी और मृणाल पाई एक-दूसरे को तब से जानते हैं जब वे आरवी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से इंजीनियरिंग की डिग्री पूरी कर रहे थे। कॉलेज में अपने समय के दौरान दोनों टीम व्योम का भी हिस्सा थे, जो एक एरोडायनामिक्स क्लब था जहां उन्होंने मानव रहित हवाई वाहन (यूएवी) बनाए थे।
ड्रोन सेक्टर में इनोवेशन के जुनून के साथ दोनों ने बेंगलुरु स्थित स्काईलार्क ड्रोन की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य वर्कसाइट इंटेलिजेंस और ड्रोन डेटा का उपयोग करके सटीक व्यावसायिक निर्णय लेने में सक्षम बनाना है। योरस्टोरी से बात करते हुए मुघिलन बताते हैं कि 2014 में ड्रोन बाजार में बहुत नए थे और ज्यादातर लोगों का विचार था कि उनका उपयोग केवल डिलीवरी आदि कामों के लिए किया जा सकता है।
उन्होने कहा,
"चूंकि हमने तब तक बहुत सारे ड्रोन बनाए थे, हम जानते थे कि इनकी क्षमता केवल सामान या इस तरह की चीजों को वितरित करने से कहीं अधिक थी। जब हमने एक गैरेज से शुरुआत की तो हम ड्रोन के विभिन्न उपयोग के मामलों के बारे में सोचना शुरू किया। हमने महसूस किया कि लगभग हर क्षेत्र ड्रोन का इस्तेमाल कर सकता है।”
मुघिलन आगे कहते हैं,
“दो लोगों के साथ एक बहुत छोटे गैरेज से और बिना पूंजी के हमने कई उद्यमों और उद्योगों में अपना रास्ता बनाया और इस दौरान हम ग्राहकों और साथ ही संभावनाओं से सीखते रहे। हमने मूल रूप से स्काईलार्क का निर्माण किया जो आज है। स्काईलार्क ड्रोन एक ड्रोन प्लेटफॉर्म सॉफ्टवेयर कंपनी है।”
ड्रोन एनालिटिक्स प्रदान करना
स्काईलार्क ड्रोन वैश्विक ड्रोन ईको-सिस्टम के लिए मुख्य इन्फ्रास्ट्रक्चर के निर्माण में शामिल है।
मुघिलन कहते हैं,
"हम सुरक्षा और गोपनीयता के मुद्दों को हल करने के लिए ड्रोन निर्माताओं और ड्रोन उपयोगकर्ताओं के लिए फ्लीट प्रबंधन, उड़ान प्रबंधन और नियामक मंजूरी के लिए सॉफ्टवेयर बनाते हैं। हम ड्रोन डेटा एनालिटिक्स के लिए उद्यमों के लिए सॉफ्टवेयर भी बनाते हैं।"
मुख्य उत्पाद ड्रोन मिशन ऑप्स और स्पेक्ट्रा हैं। ड्रोन मिशन ऑप्स एक फुल-स्टैक ड्रोन फ्लाइट समाधान है जो ड्रोन सेवा प्रदाताओं, पायलटों और उद्यमों को तेज़, सटीक और बिना किसी बाधा के ड्रोन मिशन पूरा करने में सक्षम बनाता है। इसी के साथ स्पेक्ट्रा उद्यमों के लिए अपने कार्यस्थल की कल्पना करने और बेहतर व्यावसायिक निर्णय लेने के लिए एआई-पावर्ड एनालिटिक्स प्राप्त करने के लिए एक एकीकृत ड्रोन डेटा प्लेटफॉर्म है।
अनुप्रयोगों के बारे में बोलते हुए मुगलन कहते हैं,
"हम ऐसे मदद करते हैं कि एक खनन कंपनी ड्रोन का सबसे अच्छा उपयोग कैसे कर सकती है और यह पता लगा सकती है कि कितनी मात्रा में खुदाई की गई है। सोलर साइट पर किस तरह निर्माण प्रगति हो रही है, हम इसमें भी मदद कर सकते हैं। हम पावर ट्रांसमिशन के संबंध में एसेट हेल्थ के बारे में बात कर सकते हैं। सभी क्षेत्रों में ड्रोन का व्यापक उपयोग होता है और हम उद्यमों को उनका प्रभावी ढंग से उपयोग करने में मदद करते हैं। हम उन्हें कार्य स्थलों, समस्याओं और उन्हें ठीक करने के लिए रिकमंडेशन पर डेटा देते हैं।"
मृणाल कहते हैं, "सॉफ्टवेयर stacfck का एक जबरदस्त मूल्य है। यह समझने में मदद करेगा कि कैप्चर किए गए डेटा के साथ क्या किया जाना है और इसे कैसे मीनिंगफुल इनसाइट में बदला जा सकता है।”
व्यापार व अन्य
सह-संस्थापक बताते हैं कि स्टार्टअप का एक प्लेटफ़ॉर्म-आधारित व्यवसाय मॉडल है। यह सॉफ़्टवेयर प्लेटफ़ॉर्म का उपयोग करने के लिए ग्राहकों से शुल्क लेता है। इसके खनन, इंफ्रास्ट्रक्चर, नवीकरणीय ऊर्जा और कृषि जैसे उद्योगों में ग्राहक हैं। यह बाल्को, हिंडाल्को, हिंदुस्तान जिंक, टाटा स्टील, अल्ट्रा टेक सीमेंट, सेल, एलएंडटी, रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर, रिन्यू पावर, बॉश, यूआरएस, और कई अन्य लोकप्रिय ब्रांडों के साथ भी काम करता है।
स्काईलार्क ड्रोन का दावा है कि इसने 100 से अधिक उद्यमों के साथ काम किया है और 20,000 से अधिक स्वायत्त उड़ानों को अपने मंच के माध्यम से पूरा किया है। स्टार्टअप ने अब तक स्थापना के बाद से 1 मिलियन से अधिक इमेज को प्रोसेस किया है। मुघिलन का कहना है कि स्काईलार्क अपने ग्राहकों को अपने कर्मचारियों और पायलटों को प्रशिक्षण देने जैसी अतिरिक्त सेवाएं भी प्रदान करता है। आगे बढ़ते हुए यह ग्राहकों को ड्रोन निर्माताओं से जोड़ने जैसी सेवाओं पर भी विचार कर रहा है।
जुलाई में स्काईलार्क ड्रोन्स ने एडवांटएडज फाउंडर्स, फाउलर वेस्ट्रुप, रेडस्टार्ट लैब्स, आईकेपी और विमसन ग्रुप की भागीदारी के साथ इंफोएज वेंचर्स और आईएएन फंड के नेतृत्व में प्री-सीरीज ए फंडिंग राउंड में 3 मिलियन डॉलर जुटाए थे। केंद्र सरकार ने इस क्षेत्र में विकास को गति देने के लिए 25 अगस्त को ड्रोन नियम 2021 लॉन्च किया है। ड्रोन संचालन के नियमों को अब पहले से आसान बनाया गया है जहां अब भरे जाने वाले फॉर्म की संख्या पहले से काफी कम हो गयी है।
भविष्य की योजनाओं के बारे में बात करते हुए मुगलन कहते हैं,
“अब सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण ध्यान हायरिंग पर है, विशेष रूप से हमारी नेतृत्व टीम के लिए और व्यवसाय विकास के लिए। लंबे समय में स्काईलार्क एक वैश्विक कंपनी बनने जा रही है। हमारा मानना है कि हमारे सॉफ्टवेयर के लिए अवसर केवल भारत में ही नहीं है, यह दुनिया भर में इस्तेमाल होने जा रहा है।"
Edited by Ranjana Tripathi