दिल्ली में वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए शुरू किया गया 24X7 'ग्रीन वॉर रूम,' एप पर करें प्रदूषण से जुड़ी शिकायत
दिल्ली सरकार ने सर्दियों में प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए 15 सूत्रीय शीतकालीन कार्य योजना (Winter Action Plan) की घोषणा कर दी है. इस प्लान के तहत वायु प्रदुषण (air pollution) से निपटने से लेकर धूल व कूड़ा जलाने से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए विशेष जोर दिया गया है. इसके साथ ही पराली, भवन निर्माण, पटाखे आदि से होने प्रदूषण भी पर अंकुश लगाने के उपाय किए गए हैं.
15 सूत्रीय विंटर एक्शन प्लान को प्रभावी रूप से चलाने के लिए ‘ग्रीन वार रूम’ (green war room) लॉन्च किया गया है. ग्रीन वॉर रूम में विशेषज्ञों की टीम है जिसमें 12 सदस्य हैं जो प्रदूषण को रोकने के लिए उठाए जा रहे कदमों पर नजर रखेगी. इसके साथ-साथ प्रदूषण की रोकथाम के लिए बनाए गए विभागों के बीच तालमेल बनाने का भी काम करेगी. साथ ही साथ शहर के प्रदूषण आंकड़ों का भी विश्लेषण करेगी.
कमरे को ग्रीन दिल्ली एप से भी जोड़ा जाएगा
इस के बारे में बताते हुए दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि इस कमरे को ‘ग्रीन दिल्ली एप’ (Green Delhi App) से भी जोड़ा जाएगा, जिसके माध्यम से शहर के निवासी कचरा जलाने जैसे प्रदूषण से संबंधित अपनी शिकायतें उठा सकेंगे. इसके बाद संबंधित विभागों को समस्या के समाधान के लिए आवश्यक निर्देश भेजे जाएंगे.
उन्होंने कहा अब तक लगभग 54 हजार से ज्यादा शिकायतें ग्रीन मोबाइल ऐप पर प्राप्त हुई हैं. इनमें से ज्यादातर शिकायतों का निपटारा किया जा चुका है. प्रदूषण को लेकर नगर निगम से 32 हजार 527 शिकायतें, लोक निर्माण विभाग से 9 हजार 118 और डीडीए से तीन हजार से ज्यादा शिकायतें मिली हैं.
ग्रीन दिल्ली ऐप
दिल्ली वालों के सहयोग से राजधानी में प्रदूषण कम करने के मकसद से यह एप लॉन्च किया गया है. किसी वाहन से ज्यादा धुआं निकलने, कहीं आग लग जाने, किसी भवन के निर्माण के समय धूल कणों के उचित समाधान की व्यवस्था न होने, सड़कों पर कूड़ा-करकट जमा होने और किसी भी स्थान पर प्रदूषण किए जाने की शिकायत इस एप पर दर्ज कराई जा सकती है. इस एप के माध्यम से लोगों को अपने इलाके की वायु गुणवत्ता की भी जानकारी प्राप्त कर सकेंगे.
एप को फोन पर डाउनलोड करने के बाद उपभोक्ता अपने फोन नंबर और ईमेल के जरिए रजिस्ट्रेशन कर किसी एरिया की प्रदुषण से जुड़ी शिकायत दर्ज करा सकते हैं. फोन की लोकेशन के हिसाब से एजेंसियां यह जान सकेंगी कि वह किस एरिया में खड़े होकर शिकायत दर्ज करा रहे हैं. फोन में बने (+) का चिन्ह पर क्लिक कर उपभोक्ता फोटो, वीडियो या ऑडियो भी अपलोड कर सकते हैं.
इन शिकायतों पर दिल्ली सचिवालय में बने ‘ग्रीन वॉर रूम’ से नजर रखी जाएगी. सभी शिकायतों को संबंधित विभागों को भेजकर इस पर तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है. शिकायतकर्ता एप पर ही देख सकेंगे कि उनकी शिकायत का समाधान हो गया है या नहीं. संबंधित एजेंसी भी शिकायत का समाधान करने के बाद फोटो डालकर शिकायत हल करने की जानकारी देगी.
एक अक्टूबर से ग्रैप (Graded Response Action Plan) भी लागू
15 प्वाइंट का एक्शन प्लान के साथ ही दिल्ली में एक अक्टूबर से ग्रैप (Graded Response Action Plan) भी लागू कर दिया गया है. इसके तहत निर्माण कार्यों को लेकर कई तरह की पाबंदियां शुरू की जाएंगी. इस साल दिल्ली और आस-पास के इलाकों में पराली गलाने के लिए बायो डीकम्पोजर का इस्तेमाल किया जाएगा. पुराने पेट्रोल-डीजल वाहनों पर सख्ती की जाएगी. पटाखों पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा. पटाखों का उत्पादन-भंडार, खरीद व बिक्री को पूरी तरह से प्रतिबंध किया गया है. ऑनलाइन डिलीवरी भी नहीं होगी. धूल का प्रदूषण रोकने के लिए 6 अक्टूबर से Anti-Dust Campaign चलाया जाएगा. खासकर कंस्ट्रक्शन साइट को एंटी स्मॉग गन लगाने का निर्देश दिया गया है. वाहनों के वजह से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल सर्टिफिकेट की जांच सख्त की जाएगी. 10 साल पुरानी डीजल गाड़ियां और 15 साल पुरानी पेट्रोल से चलने वाली गाड़ियों को बैन किया गया है.
दिल्ली सरकार 233 एंटी स्मॉग गन और 150 मोबाइल एंटी स्मॉग गन को अलग-अलग इलाकों में इंस्टॉल करेगी.

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